अंतरिक्ष, गुरुत्वाकर्षण रहित वातावरण, तरल पदार्थों के लिए एक अनोखा खेल का मैदान है। पानी तैरता है, बुलबुले गायब हो जाते हैं, और एस्ट्रोनॉट को पीने के लिए खास तरीके अपनाने पड़ते हैं।

पानी का भंडार:

अंतरिक्ष यानों में पानी बड़े टैंकों में जमा होता है। या तो इसे पृथ्वी से लाया जाता है, या फिर अंतरिक्ष में ही रीसाइकिल किया जाता है (हाँ, मूत्र और पसीने से!)

पीने की विधियाँ:

स्ट्रॉ का जादू: एस्ट्रोनॉट प्लास्टिक की थैलियों से जुड़े स्ट्रॉ का इस्तेमाल कर पानी पीते हैं। थैली को चीरकर, वे हवा निकालते हैं, जिससे पानी स्ट्रॉ के रास्ते उनके मुंह में चला जाता है।

अंतरिक्षीय फव्वारा: कुछ यानों में पानी के फव्वारे होते हैं जो एक निश्चित मात्रा में पानी देते हैं।

हाइड्रेशन पैक का सहारा: कभी-कभी एस्ट्रोनॉट स्पोर्ट्स ड्रिंक या पानी से भरे हाइड्रेशन पैक पहनते हैं, जिन्हें वे ट्यूब के ज़रिए पी सकते हैं।

अंतरिक्ष में पानी अनमोल है, इसलिए इसे बचाना ज़रूरी है। नासा के यान वैक्यूम डिस्टिलेशन और मल्टी-फिल्टरेशन सिस्टम का उपयोग करके मूत्र और पसीने से 98% तक पानी को पुनर्प्राप्त कर लेते हैं।

अंतरिक्ष में पानी पीना एक जटिल लेकिन ज़रूरी प्रक्रिया है। वैज्ञानिक लगातार पानी के पुनर्चक्रण और शुद्धिकरण को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि अंतरिक्ष यात्रियों के लिए पानी आसानी से उपलब्ध और स्वादिष्ट बन सके।