8 जुलाई, 2024 को, क्षुद्रग्रह 2024 MT1 पृथ्वी के करीब से गुजरेगा। – विवरण: यह क्षुद्रग्रह स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी के आकार का है और 65,215 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से यात्रा कर रहा है।

महत्व: हालांकि यह क्षुद्रग्रह तत्काल खतरा नहीं है, फिर भी इसका अध्ययन वैज्ञानिकों को क्षुद्रग्रहों के बारे में अधिक जानने और भविष्य में होने वाले टकरावों से बचाव की योजना बनाने में मदद करेगा।

ISRO प्रमुख ने क्षुद्रग्रहों के खतरे को लेकर चेतावनी दी

खबर: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रमुख एस. सोमनाथ ने क्षुद्रग्रहों के टकराने की संभावना के बारे में चेतावनी दी है।

विवरण: उन्होंने कहा कि 10 किलोमीटर या उससे अधिक व्यास वाले क्षुद्रग्रह पृथ्वी पर विनाशकारी प्रभाव डाल सकते हैं।

महत्व: ISRO क्षुद्रग्रहों का पता लगाने और उन पर नज़र रखने के लिए काम कर रहा है, और उन्होंने सरकार से इस खतरे से निपटने के लिए योजना बनाने का आग्रह किया है।

यह मिशन क्षुद्रग्रह रक्षा तकनीकों का परीक्षण करने का पहला प्रयास होगा।

यदि सफल होता है, तो डार्ट मिशन भविष्य में क्षुद्रग्रहों से होने वाले खतरों से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रगति होगी।