लाल से परे: मंगल को भले ही लाल ग्रह के रूप में जाना जाता है, लेकिन इसकी सतह चौंकाने वाले विविध रंगों को छुपाती है। रोवर द्वारा ली गई तस्वीरों में भूरा, टैन, सुनहरा और यहां तक कि हल्का नीला और हरा रंग भी दिखाई देता है! ये रंग चट्टानों और धूल में मौजूद खनिजों पर निर्भर करते हैं

लाल से परे

लाल से परे

रंग बदलता आकाश: मंगल पर धूल भरी आंधियां मशहूर हैं। ये आंधियां पूरे ग्रह को अपनी चपेट में ले सकती हैं, जिससे आकाश धूल भरे गुलाबी या नारंगी रंग का हो जाता है। घूमने वाले रंग एक अलौकिक नज़ारा बनाते हैं

रंग बदलता आकाश

सफेद चोटी: मंगल की ध्रुवीय बर्फ की टोपियां लाल नहीं हैं! ये पानी की बर्फ और कार्बन डाइऑक्साइड बर्फ से बनी हैं, जो नीचे के जंग लगे लाल परिदृश्य के विपरीत चमकदार सफेद दिखाई देती हैं

सफेद चोटी

गुलाबी अतीत: वैज्ञानिकों का मानना है कि मंगल कभी बहुत अधिक पानी वाला ग्रह रहा होगा, जिसका वातावरण अधिक घना था। लोहे का ऑक्साइड जो मंगल को उसका लाल रंग देता है

गुलाबी अतीत

संभवतः इस प्राचीन पानी के साथ परस्पर क्रिया द्वारा बना होगा,  ठीक उसी तरह जैसे पृथ्वी पर जंग लगता है।

हरियाली की बहस: कुछ रोवर छवियों ने मंगल पर हरे रंग के संकेत कैद किए हैं। जबकि कुछ लोग अटकल लगाते हैं कि यह अतीत या वर्तमान सूक्ष्मजीवीय जीवन का प्रमाण हो सकता है

हरियाली की बहस