30 मई, 2024: भारत ने आज एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। चेन्नई स्थित स्टार्टअप, अग्निकुल कॉसमॉस ने अपने अग्निबाण SOrTeD रॉकेट का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया। यह भारत का पहला 3D-प्रिंटेड सेमी-क्रायोजेनिक रॉकेट है और देश का दूसरा निजी रॉकेट प्रक्षेपण भी है

रॉकेट का सफर:

रॉकेट का सफर:

अग्निबाण SOrTeD रॉकेट ने श्रीहरिकोटा के लॉन्चपैड से सुबह 7:15 बजे उड़ान भरी। इसके बाद इसने कई सटीक युद्धाभ्यास पूरे किए, जिनमें पिच-ओवर युद्धाभ्यास और विंड बायसिंग शामिल हैं। अग्निबाण 8 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचने के बाद बंगाल की खाड़ी में उतरा।

मिशन की सफलता:

अग्निबाण SOrTeD मिशन की सफलता एक बहुत बड़ी बात है। यह भारत के निजी अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर है और यह देश को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

इस मिशन के कई महत्व हैं

3D-प्रिंटेड इंजन: अग्निबाण SOrTeD में दुनिया का पहला सिंगल-पीस 3D-प्रिंटेड सेमी-क्रायोजेनिक इंजन का उपयोग किया गया है। यह एक क्रांतिकारी तकनीक है जो रॉकेट इंजन बनाने की लागत और समय को कम कर सकती है

निजी क्षेत्र की सफलता: यह भारत के निजी अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए एक बड़ी सफलता है। यह दर्शाता है कि निजी कंपनियां अब जटिल अंतरिक्ष अभियानों को सफलतापूर्वक पूरा कर सकती हैं।

आत्मनिर्भर भारत: यह मिशन भारत को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अब भारत अपने उपग्रहों और पेलोड को लॉन्च करने के लिए विदेशी देशों पर निर्भर नहीं रहेगा