भारत में आईटी उद्योग तेज़ी से बढ़ रहा है, लेकिन एक बड़ी समस्या है - कुशल हाई-टेक इंजीनियरों की कमी। अनुमान है कि देश में 10 लाख से ज़्यादा इंजीनियरों की ज़रूरत है
– भर्ती में मुश्किल: कंपनियों को योग्य उम्मीदवारों को ढूंढने में महंगाई और समय का बर्बादी होता है। – प्रोजेक्ट में देरी: इंजीनियरों की कमी के कारण प्रोजेक्ट्स में देरी हो सकती है।
– शिक्षा में सुधार: इंजीनियरिंग की शिक्षा को उद्योग की ज़रूरतों के अनुसार अपडेट किया जाना चाहिए। – कौशल विकास: छात्रों को सॉफ्ट स्किल्स और प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस देने पर ज़ोर दिया जाना चाहिए।